Founder's Message |
"शिक्षा” शब्द में सिर्फ ज्ञान और जानने की लालसा ही नहीं बल्कि इससे कहीं ज्यादा कुछ और भी शामिल है । शिक्षा कला, खेल, भावनाओं, व्यवहार, रचनात्मकता, प्रकृति और जीवन की एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है और आज जो इन सभी क्षेत्रों में निपुण है, वही सफल होता है। बाल-गुरुकुल पब्लिक स्कूल ने अपनी यात्रा शुरू की 2009 में केवल 44 छात्रों के साथ, लेकिन हमारे शिक्षकों व कर्मचारियों के निरंतर प्रयासों के साथ, माता-पिता के निरंतर सह्योग और हमारे छात्रों के उत्साही प्रदर्शन से यह छोटी सी शुरुआत हुई और अभी हम सब प्रगति की ओर अग्रसर हैं|
एक ज़िम्मेदार नागरिक होते हुए मुझे एक ऐसी संस्था का निर्माण करने की गहरी इच्छा थी जहां मानव मूल्यों के सभी रंगों में शिक्षा मिश्रित की जाती है। आज मुझे यह कहने पर गर्व महसूस हो रहा है कि एक गुणवत्ता सम्पूर्ण संस्थान का मेरा बड़ा सपना बाल-गुरुकुल पब्लिक स्कूल के रूप मे आकार ले रहा है। आज हमारा स्कूल हम सब की अथक मेह्नत ओर आपके सह्योग व मार्गदर्शन की वजह से सबसे तेजी से बढ़ते विद्यालयों में से एक है।
मैंने हमेशा यह माना है कि उच्च इरादे, ईमानदारी के प्रयास, बुद्धिमान दिशा संचालन और कुशल नेतृत्व का परिणाम ही निरंतर सफलता होता है। मैं अपने सभी साथियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों, माता-पिता और इस संस्था से जुड़े सभी लोगों के लिये ये प्रार्थना करता हूं कि भगवान, अपने दिव्य परोपकार से आने वाली पीढ़ियों तक इस प्रतिष्ठित संस्थान का नेतृत्व और मार्गदर्शन करता रहे | यहाँ से शिक्षा प्राप्त विद्यार्थी समाज व देश के उत्थान में भागीदार बनें ।